8TH SEMESTER ! भाग- 75( Night Class With Deepika Mam-2)
"अबे तेरा फर्स्ट टाइम है..इसीलिए इतना घबरा है...डर मत और फाड़ डाल साली को ..."मैने खुद से कहा...तब तक दीपिका बाथरूम से निकलकर मेरी ओर आने लगी...
"स्मेल इट..."सफ़ेद कलर का एक कपडे मेरी ओर फेक कर उन्होंने कहा
"उससे क्या होगा..."उस सफ़ेद कपडे को अपने हाथ मे लेते हुए मैं बोला और उसके दोनो सिरो को दोनो हाथो से पकड़ कर खींचने लगा....
"फ्लेक्सीबल है.... इसका साइज़ क्या है..."
"और उससे क्या होगा..."अबकी बार वो बोली...
"होगा तो कुछ नही,साइज़ पूछ कर बस अपना जनरल नालेज बढ़ा रहा हूँ..क्या पता आइएएस के एग्जाम्स मे आ जाए "
"लो,वापस पहना दो..."बोलते हुए वो मेरे और करीब आई...
मेरी दिल की धड़कने अब थोड़ी तेज़ हो गयी थी...क्यूंकी पहली बार मैं दीपिका मैम को निर्वस्त्र देखने वाला था,
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यूँ तो मैने कई मर्तबा लड़कियो की इंटरनेट मे बिना कपड़ो के देखा था ,लेकिन इतने इतमीनान से पहली बार ही देखने वाला था ...और मुझे खुशी इस बात की भी थी कि ,जिस लड़की को मैं आज बिना कपड़ो के देखूँगा..... आज सिर्फ देखने के अलावा छू भी सकूंगा और साथ मे रगड़ भी सकूंगा... बोले तो अपुन इस वक़्त too happy था.
"ये टुकूर-टुकूर क्या देख रहा है बेटा अरमान...साली को मसल कर रख दे और ऐसा मसल कि हफ्ते भर दर्द वाले मलहम से मलने के बाद भी इसका दर्द कम ना हो...."दीपिका मैम जब अपने बिना कपड़ो के मेरे सामने थी तो उनके लेग कट को देखते हुए मैने सोचा
मैं ये सोच ही रहा था की दीपिका मैम मेरे और करीब आ गयी... जैसे-जैसे वो करीब आती गई.. मेरे हाथ के साथ साथ मेरा पूरा शरीर तेज़ी से काँपने लगा....
मैने अपने काँपते हुए एक हाथ से उनको छुआ ,मेरा दिल जोरदार झटके मारते हुए धड़क रहा था...आख़िर वो पल भी आया जब मैने दीपिका मैम के मानव उत्पत्ति के अंग को स्पर्श किया
"ऐसा करना किसने सिखाया..." मेरे गाल को प्यार से पुचकारते हुए दीपिका मैम पूछी ..
"किसी ने नही... ये शायद हर लड़का अपने आप सिख जाता है "
इस दौरान दीपिका मैम तरह तरह के गंदे सवाल मुझसे कर रही थी. उनका इस तरह से सवाल पुछ्ना मुझे अच्छा लग रहा था, क्यूंकि उनकी बाते सुनकर मेरा जोश और भी बढ़ रहा था...
"हाथ का सहारा कब कब लेते हो.. मेरा मतलब कितने दिन मे.."
"जब भी टाइम मिलता है...तभी शुरू हो जाता हूँ... हर दिन "मैने जवाब दिया
"किसको सोचकर..."
"कभी कैटरीना को सोचकर तो कभी प्रियंका को सोचकर.... तो कभी हॉलीवुड की किसी एक्ट्रेस को सोचकर...तो कभी टी.वी. सीरियल्स की लड़कियों को सोचकर... तो कभी आपकी फ्रेंड विभा को सोचकर तो... कभी आपको सोचकर ..."अपनी उंगली से वैसे इशारे करते हुए मैने कहा...
"Hmm.. Nice... मुझे सोचकर कैसे करते हो..? मतलब क्या कहानी बनाते हो.. अपने मन मे 😋.."
"हर दिन न्यू स्टोरी के साथ... मै बहुत क्रिएटिव हूँ... कभी लिटा कर तो कभी झुका कर ..कभी आगे से तो कभी पीछे से.. कभी दिन मे तो, कभी रात मे... कभी कॉलेज मे तो, कभी हॉस्टल की छत मे... कभी अकेले मे तो, कभी 8-8 लड़को के साथ.. एक साथ... क्रिएटिविटी बहुत ज्यादा है मेरे अंदर... आप पर एक सेक्सी महाकाव्य लिख सकता हूँ मै... "
"अरे... मेरे सेक्सी साहित्यकार..."
मेरा जवाब सुनकर वो मुस्कुराइ और अपने सूट को मेरे पलक झपकते ही उतार कर नीचे फेंक दिया...और फाइनली दीपिका मैम को नग्न देखने का मेरा पहला अरमान पूरा हुआ...अब सिर्फ़ बाकी था तो, सिर्फ उनके साथ रास रचाने का अरमान.. जो अब बहुत जल्द पूरा भी होने वाला था.
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मैने भी अपनी शर्ट और पैंट उतार कर एक तरफ फेका... क्यूंकि जब उनको कोई शरम नहीं तो फिर श्री अरमान को क्या दिक्कत हो सकती है भला.. मै तो आलरेडी इतने दिनों से भरा पड़ा हूँ... मैने अपने कपडे दीपिका मैम के सलवार-सूट के उपर फेंका और बोला
"जैसे मै आपकी लूंगा ...वैसे ही मेरे कपड़े भी तुम्हारे कपड़े की लेंगे ... निर्जीव से लेकर सजीव तक, सभी आज इस रास लीला का आंनद लेंगे..."
"तुमने फिर से मुझे तुम कहा..भूल गये मैं तुम्हारी मैम हूँ..."बोलते हुए दीपिका मैम ने मेरा एक हाथ अपने सीने पर रखा और मेरे सर के बाल को अचानक जोर से खींचते हुए बोली....
दीपिका मैम के द्वारा सर के बाल खींचने के कारण हल्का सा दर्द मुझे महसूस हुआ और साथ ही थोड़ा गुस्सा भी आया,मैने तुरंत दीपिका मैम को नीचे फर्श पर धक्का दे दिया... और उनके ऊपर कूदा
"स्टूडेंट्स के साथ ये सब कर सकती है, साली.... लेकिन इज़्ज़त तुझे बराबर चाहिए...??"
"क्या बोला, तूने ...उठ मेरे उपर से..."
दीपिका मैम ने अपने दोनो हाथो से मुझे उपर से हटाने की कोशिश की लेकिन वो नाकामयाब रही...अब मै इतने जोश मे आ चुका था कि मुझे अब सिर्फ़ और सिर्फ़ वही सूझ रहा था ....
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मैं दीपिका मैम को इस तरह ज़मीन मे पटक कर उनके साथ जबरदस्ती करूँगा, ऐसा उन्होंने सोचा तक नहीं था.. उन्होंने क्या..?? खुद मैने भी नहीं सोचा था...मेरा ..बस दिल किया और मैने कर दिया,....
"अरमान...दिमाग़ खराब है तुम्हारा...इस तरह से ज़मीन पर... वो भी मेरे ना करने के बावजूद "
दीपिका मैम अपने दाँत चबाते हुए मुझसे बोली और मेरे हाथ को,जो कि उनकी कमर से नीचे जा रहा था उसको पकड़ लिया... और मेरा हाथ अपने शरीर से हटाने का प्रयास करने लगी और जब वो कुछ नही कर पाई तो एक बार फिर से मुझे धक्का देकर खुद के उपर से हटाने का उसने अंतिम प्रयास किया ...
"एक्टिंग काफ़ी सॉलिड करती हो....रखैल मैम ..."उसके दोनो हाथो को मैने उसके सर के अगल-बगल अपने हाथो से जकड़ लिया और फिर पूरा उस पर समाता हुआ अपने होंठ उसके होंठ के करीब लाया...
"मैं जानता हूँ कि तुम एक्टिंग कर रही हो... मुझे हटाने की .. Drop the act, bitch.... तुम्हारी आँखो मे मैं हवस देख सकता हूँ...."
"मैं समझी नही कुछ...व्हाट डू यू वान्ट टू से...."
"दुनिया मे हर कोई अपने अंदाज़ से सेक्स करना चाहता है...सबका अपना-अपना स्टाइल है,किसी को 69 पोज़ीशन सबसे ज़्यादा अच्छी लगती है तो किसी को डॉगी...तो किसी को कोई और.."
"That isnt the matter... I enjoy every positions..."
"लेकिन तुम खुद को जबरदस्ती वाले मे सबसे ज्यादा पसंद करती हो.... जहा तुम्हे लगे की कोई तेरे साथ जबरदस्ती कर रहा है... साली वेश्या... कुतिया ."
"क्या...?? दिमाग़ तो सही है तुम्हारा...??"वो ऐसे रिएक्ट करके बोली जैसे की उसकी चोरी पकड़ी गयी हो...."हटो मेरे उपर से..."
"इतनी जल्दी भी क्या है जानेमन...एक बार लीप लॉक तो करने तो दे..."
उसके बाद मैने होने शरीर से, उनके उपर और दबाव बनाया और अपनी उंगलियो को उसके होंठो पर फिरते हुए बोला"मस्त है..."
"क्या मस्त है..? ऐसे कमेंटबीच बीच मे पास करते रहना.. अच्छा लगता है मुझे.. अरमान ..."
"अरमान नहीं... श्री अरमान ...
दीपिका मैम के वस्त्र तो कब के उतर चुके थेऔर अब बुरी तरह से अपना जिस्म उसके जिस्म से रगड़ने के कारण मेरी सांस अति उत्तेजना मे ऊपर -नीचे होने लगी थी.,उसके होंठो को चूस्ते हुए मैं अक्सर बीच-बीच मे उसकी जाँघो को अपने हाथो से सहलाता, दबाता. जिससे दीपिका मैम और जोश मे आ जाती....पहले पहल तो मैं तेज़ी के साथ दीपिका मैम के होंठो को जकड़ कर किस करता रहा ,लेकिन जब कुछ देर बाद दीपिका मैम ने जकड़ना चालू किया तो मेरी हालत खराब हो गयी...लेकिन वो वक़्त ही ऐसा था कि उसके होंठो को अलग करने का मन नही कर रहा था...लेकिन मुझे जब दीपिका मैम की छातियों का ख़याल आया तो मैने उसके होंठो को खुद के होंठो से अलग कर उसके सीने पर नज़र दौड़ाई...दीपिका मैम की साँसे बहुत तेज़ चल रही थी ,जिसकी वजह से उसका सीना बहुत तेज़ी से उपर-नीचे हो रहा था....मैं दीपिका मैम के उपर-नीचे होते सीने को देखकर यही सोच रहा था कि अब क्या करूँ.....
"इन दोनों का रस पीने का बहुत मन कर रहा है... पी लू क्या..??? अपने दाँत का निशान भी छोड़ दूंगा.. ताकि जब जब ये वहा मेरे दांतो के निशान को देखे.. इसे मेरी याद आए... 😜"
Barsha🖤👑
26-Nov-2021 06:21 PM
न्यू जेनरेशन स्टोरी
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